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Shershaah : कारगिल के योद्धा की सच्ची दास्तान, सिद्धार्थ-किआरा की जोड़ी कमाल

‘देशभक्ति’ एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनते ही शरीर रोमांच से भर जाता है। एक ऐसा भाव पैदा होता है जो शब्दों में बयां करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। देशभक्ति की इसी भावना से भरपूर हिमाचल प्रदेश के पालमपुर का रहने वाला एक छोटा बच्चा देशसेवा के लिए भारतीय सेना में जाने का संकल्प लेता है और आगे चलकर आर्मी अफसर बनता है। जब देश पर संकट मंडराता है, तो ये अफसर अपने प्राणों का बलिदान देकर उसकी रक्षा करता है। हम परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा (PVC Capt. Vikram Batra) के बारे बता रहें हैं, जिनके जीवन के ऊपर फिल्म ‘शेरशाह’ बनाई गई है।

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फोटो : इंटरनेट

कहाँ देखें शेरशाह

कारगिल युद्ध के हीरो रहे कैप्‍टन विक्रम बत्रा की बायोपिक शेरशाह लंबे इंतजार के बाद रिलीज हो चुकी है। फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने उनका किरदार निभाया है। अमेजन प्राइम पर 12 अगस्‍त को इसे रिलीज कर दिया गया है। शेरशाह न सिर्फ कैप्टन विक्रम बत्रा के भारतीय सेना के सफर को दिखाती है बल्कि उनकी मोहब्‍बत की अधूरी दास्‍तां को भी दिखाती है। शेरशाह एक ऐसी फिल्म है जिसमें सेना का जोश, जुनून और जज्‍बा तो देखने को मिलता है, दूसरी तरफ सरहद पर डटे जवान के दिल में छिपे भावों को भी दर्शाती है।

फोटो : इंटरनेट

करीब 2 घंटे 15 मिनट की शेरशाह फिल्म में विक्रम बत्रा के कॉलेज लाइफ की मस्ती से लेकर आर्मी से जुड़ने का सफर है तो 24 साल की उम्र में पहला सेना मिशन कमांड करने से लेकर कारगिल वॉर में प्वाइंट 4875 तक की जीत की कहानी है। फिल्म के डायरेक्टर विष्षु वर्धन (Vishnu Vardhan) ने पूरी कहानी ऐसे बयां की है कि आप कह उठेंगे- ये दिल मांगे मोर।  युद्ध-मिशन पर जाते कैप्टन विक्रम बत्रा को अपने नाम का कोडवर्ड मिलता है, ‘शेरशाह’। मिशन सफल होने पर उनकी तरफ से संकेत दिया जाता है- ‘ये दिल मांगे मोर’।

फिल्म की कहानी

फोटो : इंटरनेट

चंडीगढ़ के कॉलेज में पढ़ने वाले विक्रम बत्रा (सिद्धार्थ मल्होत्रा) को सिख लडकी डिंपल (कियारा आडवाणी) से प्‍यार हो जाता है। इसी दौरान विक्रम का सेना मे चयन हो जाता है और डिंपल उसके साथ शादी के ख्वाब बुनने लगती है। इसी बीच कारगिल युद्ध शुरू हो जाता है और विक्रम को इमरजेंसी में ही ड्यूटी पर जाना होता है। जाते वक्‍त वह कहता है- ‘तिरंगा लहरा कर आऊंगा, नहीं तो उसमें लिपट कर आऊंगा’। युद्ध में विक्रम बहुत ही बहादुरी के साथ दुश्मनों का सामना करता है, पर आखिर मैं वह अपने प्राणों का बलिदान देकर इस राष्ट्र के प्रति अपना फ़र्ज़ पूरा करता है।

कास्टिंग

फोटो : इंटरनेट

यह फिल्म सिद्धार्थ मल्होत्रा (Siddharth Malhotra) के करियर को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। उन्‍होंने इतना डूबकर इस रोल को अदा किया है कि लगता है उनसे बेहतर इस रोल को कोई और निभा ही नहीं पाता। सेना की वर्दी से लेकर मोहब्‍बत के हसीन पलों को बिताते हुए वह जबरदस्‍त लगे हैं। वहीं डिंपल चीमा के किरदार में कियारा अडवाणी (Kiara Advani) ने कमाल किया है। उनकी खूबसूरती और मासूमियत ने स्क्रीन पर चार चाँद लगा दिए हैं।

फाइनल वर्डिक्ट

वॉर ड्रामा जॉनर में अबतक कि आई सभी फिल्मों में ‘शेरशाह’ ने अपनी अलग जगह बनाई है। इस जॉनर में अबतक की बेस्ट फिल्म सन्नी देओल की बॉर्डर मानी जाती है, लेकिन उसमें भी केवल एक पक्ष को मजबूती से दिखाया गया है, वो है युद्ध। लेकिन ‘शेरशाह’ युद्ध नहीं एक योद्धा के जीवन की सच्ची दास्तान है। इसमें युद्ध के रोमांच के बीच रोमांस को इतने इमोशनल तरीके से दिखाया गया है कि आंखों से आंसू बहने लगते हैं। यह एक मस्ट वॉच फिल्म है।

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