Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

समलैंगिक जोड़े ने मनाया करवाचौथ, मचा भारी बवाल, लोगों का आया ऐसा रिएक्शन !

लखनऊ : हर साल त्योहारों के शुरुआत के साथ ही विवादों का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। त्योहारों का मौसम है और यह समय ब्रांड्स तथा आर्गेनाईजेशन के लिए प्रॉफिट का वक़्त होता है। कंपनियां एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट्स को लांच करती हैं। लेकिन इन प्रोडक्ट्स (products) के ऐड (add) अक्सर ही कंट्रोवर्सी का हिस्सा बन जाते हैं। रिलीज़ होने से पहले ही यह सोशल मीडिया पर छा जाते हैं। कुछ दिन पहले ही सीएट टायर्स (CEAT tyres) का एक ऐड विवादों से घिर गया था। अब एक नया ब्रांड कॉन्ट्रोवर्सी की वजह बना हुआ है। इस ब्रांड का नाम है डाबर (Dabur Controversy), जो करवाचौथ (Karwachauth) के एक ऐड को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी में फंस चुका है।

- Advertisement -

क्या है पूरा मामला

देश भर में आज यानी 24 अक्तूबर को करवाचौथ का त्योहार मनाया जाएगा। यह त्योहार क्यों और किसके लिए मनाया जाता है इस बात से कोई भी अनजान नहीं है। लेकिन इस साल डाबर (Dabur) का यह ऐड लेसबियन करवाचौथ (Lesbian Karwachauth) को प्रस्तुत कर रहा है। इस ऐड का मकसद समलैंगिक जोड़े को बढ़ावा देना है, जो हिन्दू संस्कृति के विरुद्ध है। इसके चलते कई सोशल मीडिया (social media) पर भारी बवाल मचा हुआ है। हिन्दू वादी अपना गुस्सा ट्वीट करके दर्शा रहे हैं।

यह है एड

इस ऐड में देखा जा सकता है कि दो युवतियां एक साथ करवाचौथ मना रही हैं। डाबर के उत्पाद फेम क्रीम गोल्ड ब्लीच (Fem Cream Gold Bleach) द्वारा जारी किए गए इस ऐड में एक महिला दूसरे के चेहरे पर ब्लीच लगा रही है। दोनों महिलाएं इस त्योहार के महत्व और इसके पीछे के कारण पर भी चर्चा करती नज़र आती हैं। इस बीच एक और महिला इन दोनों की बातचीत में शामिल हो जाती है। यह तीसरी महिला दोनों को रात में पहनने के लिए एक-एक साड़ी उनके हाथ में देती है। ऐड के आखिर में इस बात का खुलासा होता है कि दोनों महिलाओं ने एक दूसरे के लिए करवाचौथ का व्रत रखा था। अंत में दोनों महिलाओं को पारंपरिक छलनी से एक-दूसरे को देखते हुए दिखाया गया है। इससे यह प्रतीत हो रहा है कि वे एक-दूसरे की जीवनसाथी हैं।

लोग ऐसे कर रहे विरोध

इस ऐड को लेकर ट्विटर पर लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिआएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘वेलडन, फेम/डाबर! रूढ़िवादी ब्रांड द्वारा अक्सर आलोचना किए जाने वाले त्योहार के लिए एक अच्छी फिल्म।’ वहीं दूसरा यूज़र लिखता है, ‘वे पश्चिमी विचारों को दिखाकर हिंदू रीति-रिवाजों को बदनाम क्यों कर रहे हैं? यह हमारी संस्कृति के खिलाफ है।’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि समावेशी विज्ञापन केवल हिंदू त्योहारों और परंपराओं के साथ किए जा सकते हैं क्योंकि हिंदू धर्म भेदभाव नहीं करता है और सभी को स्वीकार करता है।’

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें