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Farms Laws Repealed: कृषि कानूनों की वापसी से सियासी हलचल तेज, इन राजनेताओं ने दिए ऐसे रिएक्शन

लखनऊ/दिल्ली

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देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को देश को सम्बोधित करते हुए बीते करीब 14 महीनों से विवादों में घिरे तीन कृषि कानूनों (Farm Bills) को वापस लिए जाने का ऐलान किया है। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि ‘हम किसानों के हित में यह तीनों कानून लेकर आए थे। शायद हम कुछ किसानों को इसके बारे में समझाने में असफल रहे। पीएम के फैसले के बाद से देश में हलचल मच गई है और सभी बड़े राजनेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं।

फोटो : इंटरनेट

पीएम के फैसले का ह्रदय से स्वागत : सीएम योगी

उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इस मुद्दे को लेकर कहा कि ‘प्रधानमंत्री द्वारा किसान बिलों को वापस लिए जाने के फैसले का यूपी शासन की ओर से ह्रदय से स्वागत करता हूँ। सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया या हो सकता है हमारे स्तर से कोई कमी रह गई होगी कि हम अपनी बात को उनलोगों को समझाने में विफल रहे। लोकतंत्र के भाव का सम्मान करते हुए, हम तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का स्वागत करते हैं।’

सपा की विजय यात्रा से डरा भाजपा : अखिलेश

इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि ‘अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस ले ही लिए। भाजपा बताए सैकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘बीजेपी की प्राथमिकता अन्नदाता का सम्मान नहीं है, यह सब उन्होंने वोट के लिए किया है।’

अहंकार का सर झुका दिया : राहुल गाँधी

बता दें, कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने भी किसान कानूनों की वापसी पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्विटर (Twitter) पर एक ट्वीट साझा करते हुए लिखा कि ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’

फोटो : (इंटरनेट) कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन करते किसान

मोदी सरकार के अहंकार की हार है : सीएम गहलोत

राजस्थान (Rajasthan) के सीएम अशोक गेहलोत (CM Ashok Gehlot) ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार है। यह पिछले एक साल से आंदोलनरत किसानों के धैर्य की जीत है। देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं किसान आंदोलन में शहादत देने वाले सभी किसानों को नमन करता हूं। यह उनके बलिदान की जीत है।’

किसानों की शहादत अमर रहेगी : केजरीवाल

वहीं दिल्ली (Delhi) के सीएम (CM) व आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कृषि कानूनों की वापसी पर कहा कि ”आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी खुशखबरी मिली। तीनों कानून रद्द। 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन।” इसके साथ ही दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि ‘सरकार को उन सभी किसान परिवारों से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने इस आंदोलन की वजह से अपनी जान गंवाई।’

किसानों की आर्थिक मदद और नौकरी दे सरकार : बसपा सुप्रीमो

इसके साथ ही बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने भी कृषि कानूनों की वापसी पर किसानों को बधाई देते हुए कहा कि ‘यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था। एमएसपी को लेकर भी सरकार फैसला करे। इस आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए हैं, उन्हें केंद्र सरकार आर्थिक मदद और नौकरी दे।’

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह गाजीपुर (Ghazipur) सीमा पर ‘किसान एकता जिंदाबाद’ के नारों के साथ जश्न मनाया। दिल्ली के बॉर्डरों पर आंदोलन कर रहे किसानों ने प्रधानमंत्री द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों के जश्न में मिठाई बांट कर जश्न मनाया।

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