Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

UP Election Result : करारी हार के बाद बसपा की मुखिया मायावती ने सपा पर लगाया गंभीर आरोप

Lucknow : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधान सभा (Assembly) चुनाव का परिणाम कल आ चुका है। विधानसभा चुनाव में मायावती (Mayawati) की पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को बड़ा झटका (Shock) लगा है।चार बार यूपी की मुख्यमंत्री (Chief Minister) बन चुकीं मायावती की पार्टी को इस चुनाव में महज 1 सीट (Seat) मिली है। बसपा की मुखिया मायावती ( Chief Mayawati) ने करारी हार के लिए सपा के दुष्प्रचार ( propaganda) को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) करते हुए अपने कार्यकर्ताओं (workers) से हिम्मत ना हारने की अपील की। उन्होंने ने कहा यह चुनाव हमारे लिए एक सीख की तरह से है। बसपा को यदि मुस्लिम (Muslim) और दलित वोट मिल जाता तो भाजपा की हार हो जाती।

- Advertisement -

मायावती ने कांग्रेस और भाजपा के इतिहास के बारे में बताया

बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने बीजेपी और कांग्रेस का इतिहास बताकर समर्थकों (supporters) को यह समझाने की कोशिश की राजनीति (Politics) में अच्छे-बुरे दौर आते रहते हैं। बसपा के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया। वहीं सपा सुप्रीमो ने बीजेपी की जीत और बसपा की हार (Garland) की वजहों का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि उनका समाज पार्टी के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा, उन्हें इस बात का संतोष (Satisfaction) है। मैं बसपा के समर्थकों से कहना चाहूंगी कि हिम्मत (Courage) नहीं हारनी है और लगे रहना है। बाबासाहेब के अनुयायी (follower) कभी हिम्मत नहीं हार सकते हैं। मैं कहना चाहूंगी कि अब बुरा वक्त (time) खत्म होने वाला है। हमने जीजान से प्रयास किया और उसके बाद भी यह नतीजा (Result)आया है तो फिर इससे बुरा क्या हो सकता है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा

आपको बता दें मायावती ने कहा कि यूपी का वर्तमान (Present) चुनाव बसपा के करोड़ों लोगों की कड़ी मेहनत का वाजिब फल कतई नहीं है। फिर भी बाबा साहेब (baba saheb) की अनुयायी इस पार्टी के लोगों को हिम्मत नहीं हारना है, बल्कि पत्थर काटकर रास्ता बनाने का प्रयास हर हाल में आजीवन जारी रखना है। बीजेपी ने भी इतने खराब हालात देखे हैं। आजादी (Independence) के बाद से काफी समय तक इन्हें देश में राज करने का मौका जनता ने नहीं दिया। यूपी में भी 2017 से पहले भाजपा की स्थिति कोई खास अच्छी नहीं थी। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) भी उसी हालत से गुजर रही है। जिस खराब हालत से पहले भाजपा गुजर चुकी है। मायावती (Mayawati) ने यह भी कहा है कि 1977 के चुनाव में कांग्रेस को भी इसी तरह की हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन फिर वापसी भी हुई। उन्होंने हार के लिए सपा को भी इस हार के लिए जिम्मेदार (Responsible) ठहराया, जिसने उन्हें भाजपा की बी टीम बताया।

मायावती ने माना है कि बसपा का ग्राफ गिरा

बता दें कि मायावती ने माना कि बसपा का ग्राफ (graph) गिरा है और यह हमारे लिए चिंता की बात है। बड़ी बात यह है कि मायावती (Mayawati) ने भी यह स्वीकार कर लिया है कि गैर-जाटव (non-jatav) दलित वोटों का आधार बसपा से खिसका है और उसका बड़ा हिस्सा भाजपा के खेमे में चला गया है। यही वजह है कि उन्होंने खुलकर कहा कि मेरे अपने समाज के अलावा हिंदू समाज की अन्य जातियों (castes) का वोट सपा के गुंडों के डर से भाजपा को ट्रांसफर (transfer) हो गया।

रिपोर्ट – पलक त्रिवेदी

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें