Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

राज ठाकरे को अयोध्या में न घुसने देने की दी धमकी, भाजपा सासंद बृजभूषण शरण सिंह की चुनौती

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मुखिया राज ठाकरे को उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह ने अयोध्या में न घुसने देने की धमकी दिया है। उन्होंने कहा है राज ठाकरे ने जो उत्तर भारतीयों के साथ अपमान किया है उसके लिये उन्हे माफी मांगनी चाहिये। वहीं राम मंदिर को लेकर भी उन्होंने बयान दिया है कि ठाकरे परिवार का राम मंदिर आंदोलन में किसी भी प्रकार का योगदान नहीं रहा है। इस बयान के बाद चर्चा है कि आखिर बृजभूषण सिंह का अयोध्या राम मंदिर से क्या नाता है?

- Advertisement -

आइये जानते है बृजभूषण सिंह के बारें में

यूपी के बहराइच जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह बीजेपी के सांसद हैं। वे अब तक 6 बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। पिछले कुछ वर्षो से वह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। उनका कहना है कि उत्तर भारतीयों को अपमानित करने वाले मामले में राज ठाकरे को सर्वप्रथम माफी मांगनी चाहिए।

भाजपा सासंद बृजभूषण सिंह ने गुरुवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के 5 जून को अयोध्या में आने वाले प्रकरण पर धमकी दिया है। सांसद ने उन्हें अयोध्या में न घुसने की धमकी दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि ठाकरे परिवार का राम मंदिर आंदोलन में किसी भी प्रकार की भागीदारी नही थी। सन् 1993 में मंदिर आंदोलन में गिराए गए विवादित ढांचे में 40 आरोपी थे, जिसमें सांसद बृजभूषण शरण सिंह का नाम भी शामिल था। उसी दौरान वे पहली बार सांसद चुनाव जीते थे।

छात्र राजनीति के बाद देश की राजनीति में कुछ यूं रखा कदम

वर्ष 1979 में बृजभूषण शरण सिंह ने प्रथम बार छात्र संघ का चुनाव लड़ा और भारी मतों से चुनाव में जीत हासिल की। इसके बाद से ही पूर्वांचल के कुछ जिलों में वे एक युवा नेता के रूप में चर्चित होने लगे थे। उनके पुराने जानने वालों की मानें तो कुश्ती, दंगल, दौड़ और घुड़सवारी में क्षेत्र के लोग उनके नाम पर लोग शर्त तक लगा देते थे। छात्र राजनीति के बाद उन्होंने 1987 में पहली बार गन्ना समिति के चेयरमैन का चुनाव लड़ा और चुनाव में जीत भी हासिल की। वर्ष 1988 में वे बीजेपी के संर्पक में आए और हिंदूवादी नेता के रुप में एक छवि बना ली। बीजेपी के संपर्क में आने के पश्चात् बृजभूषण ने पहली बार एमएलसी का चुनाव लड़ा, लेकिन 14 वोट से वो चुनाव हार गये।

राम मंदिर आंदोलन में हुए सक्रियता

दूसरी तरफ राम जन्मभूमि आंदोलन भी तूल पकड़ता जा रहा था। अयोध्या के महंत रामचंद्र परमहंस, नृत्य गोपाल दास, हनुमान गढ़ी के स्वामी धर्म दास समेत तमाम संतों से आशीर्वाद लेकर वो मंदिर आंदोलन में पूर्ण रुप से सक्रिय हो गए। यहां उन्हें लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेताओं के साथ संपर्क हुआ। और आंदोलन में जेल भी गए। व्यक्तिगत नाराजगी के चलते उन्होने भाजपा छोड़कर सपा जॉइन कर ली। और बहराइच जिले के कैसरगंज सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। लेकिन सपा में उनका वैचारिक मतभेद होने के कारण वह दोबारा बीजेपी में वापस शामिल हो गए।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें