Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

हमे राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहिए,बोल कर राष्ट्रपति उम्मीदवार पर कसा तंज

लखनऊ डेस्क:

- Advertisement -

देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं जिसके लिए सत्ता पक्ष यानि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया  हैं वहीं विपक्ष से कांग्रेस नेता यशवंत सिन्हा चुनाव के प्रत्याशी हैं आपको बता दे कि द्रौपदी मुर्मू को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बड़ा बयान सामने आया हैं जिसमे उन्होंने  द्रौपदी मुर्मू पर तंग कसते हुए कहा कि हम लोगों को राष्ट्रपति भवन में कोई मूर्ति तो नहीं चाहिए ,हम लोग राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं , यशवंत सिन्हा जी को तो अपने हर जगह सुना होगा, पर जो सत्ता पक्ष से उम्मीद वार दी गयी है, हमने उन्हें कभी बोलते हुए नहीं सुना और मुझे ऐसा लगता हैं कि आप लोगो ने भी उन्हें कभी बोलते हुए नहीं सुना होगा, जब से वह उम्मीदवार बनी हैं उन्होंने एक भी प्रेस वार्ता नहीं की।

आखिर कैसे बनी द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की उम्मीद वार

द्रौपदी मुर्मू भारत की आज़ादी के बाद पहली आदिवासी महिला हैं जिन्हे राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया हैं, यह झारखंड पूर्व राज्यपाल भी रह चुकी हैं साथ साथ ये झारखंड की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल बनी थीं आपको बता दें कि यह संथाल आदिवासी हैं इनका राजनैतिक सफर साल 1997 में वार्ड कॉउन्सलर के तौर पर हुआ था द्रौपदी मुर्मू रायरंगपुर विधानसभा सीट से साल 2000 और 2009 में विधायक के पद को भी संभाला। साथ ही यह 2015 में पहली बार राज्यपाल बनी।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान को लेकर बीजेपी का पटलवार

आरजेडी नेता के बयान के बाद बीजेपी के तरफ से भी पलटवार सामने आ रहे हैं जिसमे बीजेपी नेता शाहज़ाद पूनावाला ने तेजस्वी यादव के बयान को महिला विरोधी बयान बताते हुए और आदिवासियो का अपमान बताते  हुए उनसे माफ़ी मांगने की बात कही है।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें