Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

घोड़ों की एंटीबॉडी से कोरोना की दवा बना रही है यह कंपनी, जानें बाजार में कब तक आएगी?

नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई को जीतने के लिए सभी भारतीय हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच एक भारतीय कंपनी एक और दवा पर काम कर रही है। बता दें कि यह कंपनी महाराष्ट्र के कोल्हापुर के पास बनी हुई है जिसका नाम iSera Biological है। यह कंपनी महज़ 4 साल पुरानी है।

- Advertisement -

एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की एंटी कोविड दवा के पहले फेज का ट्रायल चल रहा है और अभी तक जो नतीजे सामने आए हैं, वह काफी अच्छे रहे हैं। इस दवा के इस्तेमाल से 72 से 90 घंटे में ही कोरोना संक्रमित मरीज का RTPCR टेस्ट निगेटिव आ रहा है।

बता दें कि कोविड की इस नई दवा को बनाने के लिए पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने भी iSera Biological की मदद की है। दावा किया जा रहा है कंपनी ने एंटीबॉडीज (Antibodies) का एक ऐसा कॉकटेल तैयार किया है, जो कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों में संक्रमण को फैलने से रोक सकता है और शरीर में मौजूदा वायरस को भी खत्म कर सकता है।

घोड़ों से तैयार की गई एंटीबॉडी

इस दवा की खास बात यह है कि एंटीबॉडी को तैयार करने में घोड़ों की मदद ली गई है। कंपनी के डायरेक्टर (न्यू प्रोडक्ट) नंदकुमार गौतम ने एक इंटरव्यू में बताया, “कोरोना वायरस से निकाले गए खास एंटीजन को घोड़ों में इंजेक्ट करके एंटीबॉडी डेवलप की गई है। सही एंटीजन को चुनने में SII ने मदद की। साथ ही उन केमिकल को भी चुनने में मदद की जो संक्रमित मरीज में एंटीबॉडी पैदा करते हैं।” उन्होंने बताया, “एंटीबॉडी डेवलप करने के लिए घोड़ों को इसलिए चुना गया, क्योंकि बड़ा जानवर होने की वजह से उनमें ज्यादा एंटीबॉडी तैयार होती हैं।”

उन्होंने आगे बताया, “यह प्रोसेस वैक्सीन (Vaccine) लगाने की तरह ही है। घोड़ों को कुछ खास तरीके के एंटीजन दिए गए थे, ताकि उनमें एंटीबॉडी पैदा हों। यह एंटीबॉडीज ठीक उसी तरह है, जैसे इंसान के शरीर में संक्रमित होने के बाद एंटीबॉडी बनती हैं। घोड़ों से एंटीबॉडी लेने के बाद हाई प्यूरिफिकेशन प्रोसेस अपनाई गई, ताकि आखिर में मिलने वाली एंटीबॉडी कम से कम 95% प्योर हो।”

यह होगी दवा की कीमत

यह दवा बाकी दूसरी दवाओं की तुलना में सस्ती भी हो सकती है। बता दें कि एक इंजेक्शन की कीमत हजार रुपये के आसपास होगी। अगर इस दवा को संक्रमण की शुरुआती स्टेज में ही मरीज को दे दिया जाए तो यह काफी असरदार होगी।

कब तक आ सकती है दवा ?

iSera Biological इस साल सितंबर और अक्टूबर में फेज-2 और फेज-3 के ट्रायल करने की योजना बना रही है। अगर सबकुछ सही रहा तो इस साल के अंत तक यह दवा बाजार में आ सकती है।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel is trashed.

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें