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रामनगरी में चर्चाओं में रहती है मौर्य मिष्ठान भंडार की कुल्हड़ वाली रबड़ी जलेबी,गजब का स्वाद

अयोध्या: राम नगरी अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है। ऐसे में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान श्रीराम का दर्शन-पूजन करने के लिए रामनगरी पहुंच रहे हैं। दर्शन-पूजन के बाद राम भक्त सफर की थकान के साथ ही साथ कुछ जलपान या मिष्ठान खाते-पीते हैं। यही कारण है कि रामनगरी का एक जायका लोगों की चर्चाओं का विषय बना रहता है। हम बात कर रहे हैं मौर्य मिष्ठान भंडार की कुल्हड़ वाली रबड़ी जलेबी की,जिसे बिना खाए श्रद्धालु या पर्यटक जाना पसंद नहीं करते हैं।

Jalebi with Rabri dip | Jalebi with Rabri dip from Roti Roll… | Flickr

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पिछले 7 दशकों से दूध के बने सामानों के लिए मशहूर

दरअसल राम नगरी के ये दुकान पिछले 7 दशकों से दूध के बने सामानों के लिए मशहूर है। मीडिया से बात करते हिए मौर्य मिष्ठान भंडार के मालिक दीप नारायण मौर्य बताया कि दुकान की स्थापना लगभग 70 वर्ष पूर्व स्वर्गीय भरत मौर्य ने की थी। इसके बाद शिवपूजन मौर्य और विश्वनाथ मौर्य ने अपने पिता की इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। अब तीसरी पीढ़ी के दीप नारायण मौर्य और उनके छोटे भाई लाल मौर्य की अगुवाई में यह मिष्ठान अपने रबड़ी की मिठास लोगों के मुंह में घोल रहा है। इतना हीनहीं इसके स्वाद की सुगंद देश की राजधानी तक अपना लोहा मनवाती है क्योंकि दुकान के मालिक अपनी शुद्धता और क्वालिटी के लिए आज भी पहले जैसे ही मशहूर हैं। यही कारण है कि आसपास जिलों के लोग जब भी अयोध्या आते हैं, तो इस दुकान पर जाकर रबड़ी का स्वाद लेना नहीं भूलते हैं।

Kulad Rabdi Recipe in Hindi | Kesar Mava Rabdi Recipe - Bagga Kitchen - YouTube

ऐसे तैयार की जाती कुल्हड़ वाली रबड़ी जलेबी

वैसे तो राम की नगरी में कई मठ मंदिर ऐसे हैं। जहां शाम को भगवान को इसी रबड़ी का भोग लगाया जाता है। इसके पीछे कारण इसकी शुद्धता है। दरअसल रबड़ी के कारीगर भी विशेष हैं और शुद्ध गाय के दूध से रबड़ी बनाई जाती है। रबड़ी बनाने में 5 घंटे का समय लगता है। 3 आदमी लगातार लगे रहते हैं। भट्टी पर दूध को 5 घंटे तक पकाया जाता है। उसके बाद एक निश्चित तापमान पर चीनी मिलाई जाती है। चीनी और दूध को अच्छे से पकाने और मिलाने के बाद स्वाद के लिए सिर्फ छोटी इलाइची का प्रयोग किया जाता है। आपको बता दें कि प्रतिदिन का लगभग 2 क्विंटल रबड़ी बिक जाती है। वहीं, अलग-अलग कुल्हड़ का अलग-अलग रेट है। जैसे आपको रबड़ी के साथ दही खानी है तो 45 रुपए, रबड़ी के साथ जलेबी खानी है तो 50 रुपए और सिर्फ रबड़ी खानी है तो 40 रुपए चुकाने होंगे। वहीं, रबड़ी 320 रुपए किलो बिकती है।

 

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