लखनऊ
ब्रज (Braj) में श्री कृष्ण (Shree Krishna) का जन्मोत्सव इस बार धूमधाम से मनाया जाएगा। जन्माष्टमी (Janmashtami) पर पूरी नगरी को अलंकृति करने की तैयारी में प्रशासन और उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद जुट गया है। 30 अगस्त को पूरे देश में धूम-धाम से मनाई जाएगी जन्माष्ठमी।
तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन
पिछले साल कोरोना महामारी के कारण, जन्माष्टमी के आयोजन में श्रद्धालुओं के शामिल होने पर पूरी तरह प्रतिबंध था। परन्तु इस साल जन्माष्टमी को भव्य रूप देने के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसमें कृष्ण लीलाओं और ब्रज के लोकनृत्यों को दिखाया जाएगा। 29 और 30 अगस्त को कृष्ण जन्मस्थली से कुछ ही दूर रामलीला मैदान में इनका आयोजन किया जाएगा। वहीं अगले दिन 31 अगस्त को गोकुल में महा-महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
30 अगस्त को जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्मस्थान के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर के अनुसार, जन्मस्थली पर 30 अगस्त को जन्माष्टमी का आयोजन किया जाएगा। द्वारिकाधीश के विधि सलाहकार राकेश तिवारी और बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष कुमार के अनुसार भी 30 अगस्त को ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
11 स्थानों पर बनेंगे मंच
श्री कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियों में जुटे उत्तर प्रदेश तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नागेंद्र प्रताप ने बताया कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर पूरी नगरी को अलंकृति किया जाएगा। श्री कृष्ण जन्मस्थली की ओर जाने वाले रास्तों पर 11 स्थानों पर मंच बनाये जाएंगे, जहां पर कन्हैया की लीलाओं और ब्रज की लोक कलाओं का मंचन किया जाएगा। 31 अगस्त का आयोजन गोकुल में किया जाएगा।
घाटों को भी सजाया जाएगा
इस अवसर पर मथुरा, वृंदावन और गोकुल स्थित यमुना के घाटों पर भव्य साज-सजा की जाएगी। मथुरा का विख्यात विश्राम घाट, गोकुल का ठकुरानी घाट और वृंदावन का केसी घाट को भव्य तरीके से सजाया जाएगा। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को यमुना मैया के भव्य दर्शन हों।
श्रद्धालुओं में दौड़ी खुशी की लहर
श्रद्धालुओं में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। लाइव यूपी न्यूज़ 24 से बातचीत करते हुए सीतापुर की एकता शुक्ला ने बताया कि पिछले वर्ष वह कोरोना महामारी के कारणवश बृज नहीं जा पाई थीं, परन्तु इस बार वे अवश्य वहाँ पहुंच कर अपने इष्ट के दर्शन करेंगी। साथ ही कोरोना गाइडलाइन्स का पालन भी करेंगी।
मुख्यमंत्री भी हो सकते हैं शामिल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस बार जन्माष्टमी उत्सव में हिस्सा ले सकते हैं, परन्तु इसकी अभी कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।