Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

आज है बाबा नीम करौली के अवतरण दिवस, जानिए कैसे पड़ा उनका यह नाम, क्या है असल पहचान

लखनऊ : बाबा नीम करौली (Baba Neem Karauli) महाराज जी को हनुमान जी का अवतार कहा जाता है। मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी पर बाबा नीम करौली महाराज जी जन्म अकबरपुर (Akbarpur), उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में हुआ था। बाबा नीब करौरी महाराज जी का असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा (Laxmi Narayan Sharma) था। वैसे तो बाबा नीब करौरी महाराज जी के देश- दुनिया में कई मंदिर है, लेकिन इन सबमें सबसे अधिक महत्व उत्तराखंड (Uttrakhand) के नैनीताल (Nainital) में स्थित कैंची धाम (Kainchi Dham) का है।

- Advertisement -

बाबा नीब करौरी महाराज साधारण जीवन जीने में विश्वास रखते थे। बाबा अपने पैर किसी को नहीं छूने देते थे। अगर कोई उनके पैर छूने की कोशिश करता तो वह उस व्यक्ति को श्री हनुमान जी महाराज के पैर छूने को कहते थे। बाबा नीब करौरी महाराज का पावन कैंची धाम चमत्कारों से भरा है। एप्‍पल के संस्‍थापक स्‍टीव जॉब्‍स, फेसबुक के संस्‍थापक मार्क जुकरबर्ग भी कैंची धाम आ चुके हैं।

एक बार बाबा ट्रेन में बिना टिकट लिए सफर कर रहे थे। टिकट चेकर बाबा को अगले स्टेशन ‘नीब करोली’ में ट्रेन से उतार दिया। बाबा थोड़ी दूर पर ही अपना चिपटा धरती में गाड़कर बैठ गए। गार्ड ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, परंतु ट्रेन एक इंच भी अपनी जगह से नहीं हिली। बहुत प्रयास करने के बाद भी जब ट्रेन नहीं चली तो लोकल मजिस्ट्रेट जो बाबा को जानता था, उसने गार्ड को बाबा से माफी मांगने और उन्हें सम्मान पूर्वक अंदर लाने को कहा। ट्रेन में सवार अन्य लोगों ने भी मजिस्ट्रेड का समर्थन किया। गार्ड ने बाबा से माफी मांगी और उन्हें ससम्मान ट्रेन में बैठाया। बाबा के ट्रेन में बैठते ही ट्रेन चल पड़ी। तभी से बाबा का नाम नीम करोली पड़ गया।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें