प्रयागराज में छात्रों पर बरसीं लाठियां, योगी सरकार पर उठे सवाल
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रेलवे की RRB-NTPC यानि नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी भर्ती परीक्षा के परिणामों में छात्रों ने प्रशासन पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है। छात्रों ने परीक्षा के नतीजों में हुई गड़बड़ी का आरोप लगते हुए ट्रेन रोककर हंगामा किया। वहीं प्रशासन ने हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों पर जमकर लाठियां बरसाईं। मामले का वीडियो वाइरल होते ही एसएसपी ने छह पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, और उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं। मामले को तूल पकड़ने के बाद एसएसपी ने यह कार्रवाई की है।
उत्तर प्रदेश में नौकरियां न मिलने के कारण छात्रों ने सड़कों व रेलवे ट्रैक पर योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया और छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाईं। छात्रों पर हुई पुलिस की कार्रवाई से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। वीडियो में साफ़ दिख रहा है की कैसे, जिसमें कई पुलिसकर्मी छात्रों को हॉस्टल से निकालकर बेरहमी से पीटते नजर आ रहें हैं। सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज के वीडियो वाइरल होते ही यूपी पुलिस लोगों के निशाने पर आ गई है। मामले को लेकर सभी यूपी पुलिस की आलोचना कर रहें हैं। पूर्व आईएएस अधिकारी से लेकर विपक्षी दल के नेताओं ने योगी सरकार की भी निशाना साधा है।
पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रयागराज में छात्रों पर हुई कार्रवाई का वीडियो साझा कर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने सिद्धार्थ नाथ सिंह द्वारा दो करोड़ नौकरी देने की बात का जिक्र करते हुए लिखा है की, “शायद मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ऐसी ही दो करोड़ नौकरियों की बात कर रहे थे।” उन्होंने ट्वीट करके कहा है की, “कल भी प्रयागराज में नौकरी मांगते युवाओं को पीटकर पुलिस की लाठियां बजती रही। इस बार वोट की चोट से युवा जवाब देगा।” अपने अगले ट्वीट में उन्होंने हॉस्टल का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “यूपी में ‘Gunतंत्र’ दिवस की शुभकामनाएं।”
सपा नेता आईपी सिंह ने भी योगी सर्कार पर निशाना साधा। उनहोंने छात्रों पर हुई लाठीचार्ज को लेकर योगी सरकार पर तंज़ कसा और लिखा, “प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे गरीब और कमजोर छात्रों पर योगी की आत्मनिर्भर पुलिस ने गुंडों और आतंकवादियों की तरह लाठियां बरसायीं हैं। छात्रों के कमरे के दरवाजे तोड़-तोड़कर लाठियों से पीटा गया है। छात्र थर-थर कांपते रहे, हाथ जोड़ते रहे और पुलिस अपराधियों की तरह उन्हें पीटती रही।”
सपा नेता आईपी सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “पिछड़े वर्ग, दलित समाज, कमजोर वर्ग के छात्रावासों में आत्मनिर्भर गुंडा पुलिस कहर बरपा रही है। क्या हिम्मत है योगी के मठ में दाखिल हो जाएं। अमीरों के छात्रावासों में दाखिल होकर दिखाएं।”