सनातन धर्म (Sanatan Dharma) पर विवादास्पद बयान को लेकर तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के खिलाफ अयोध्या के संतों में भारी आक्रोश है। उदयनिधि स्टालिन का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये देने का एलान करने के बाद अब जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने विधि विधान के साथ 13वीं संस्कार किया।
इस दौरान अयोध्या में संतों की बड़ी बैठक भी हुई। बैठक में अयोध्या कोतवाल को बुलाकर तहरीर सौंपी गई और तमिलनाडु के राज्यपाल के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को संतों के हस्ताक्षर वाला पत्र कारवाई के लिए भेजा गया।
आचार्य ने उदयनिधि स्टालिन की बाकायदा विधि विधान और मंत्रोच्चार के बीच मटकी फोड़कर उनकी तेरहवीं कर डाली. इससे पहले भी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. वकील विनीत जिंदल ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि वह सनातन धर्म के अनुयायी हैं और स्टालिन की ओर से दिए गए “घृणास्पद भाषण” से व्यथित हैं.