Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को छोड़ने के मूड में नहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव !

मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव खत्म हो चुके है अब वहा मतगणना का इंतजार है कांग्रेस और सपा के रिश्तों में आई खटास के बाद कयास इस बात के भी लगाए जा रहे हैं कि अगर बात नहीं बनी तो अखिलेश यादव, एमपी में फिर एक बार ताल ठोकेंगे. पूरे घटना क्रम से वाकिफ नेताओं का दावा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में अगर कांग्रेस ने किसी किस्म की नई शर्त रखी तो हम एमपी में लोकसभा चुनाव के दौरान वही करेंगे जो विधानसभा चुनाव में किया .

- Advertisement -

 

सपा की रणनीति है कि अगर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन के लिए कुछ अलग शर्तें रखी तो वह मध्य प्रदेश की उन सीटों पर आक्रामक चुनाव लड़ेगी जिनकी सीमाएं यूपी से सटती हैं. माना जा रहा है की अखिलेश यादव ने वहा खुद आगुआई में सपा ने वहा जम कर प्रचार किया था और कायष ये भी लगाया जा रहा है की समाजवादी पार्टी को इसका फ़ायद भी मिलेगा .

फिलहाल 3 दिसंबर को पाँचो राज्यों के नतीजें आने है पार्टी के नेताओं का मानना है कि अगर वह राज्य में इस स्थिति में आती है कि वह कांग्रेस से लोकसभा चुनावों में तोलमोल कर सके तो बिल्कुल करेगी और एमपी में हुए विवाद का बदला अपने अंदाज में लेगी. उत्तर प्रदेश के अगर बात करे तो अखिलेश यादव I.N.D.I.A. से ज्यादा PDA पर जोर दे रहे हैं और कांग्रेस भी सभी 80 सीटों पर तैयारी की बात कर रही हैं, ऐसे में दोनों दलों के गठबंधन को लेकर लोगो के मन में कई सवाल हैं .

राजस्थान में जयंत भी 4-5 सीटें मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने सिर्फ 1 सीट ही दी. अब चूंकि एमपी में चुनाव बीत गए हैं और राजस्थान नें 25 नवंबर को वोटिंग है. इसके बाद सभी को मतगणना का इंतजार है, ऐसे मे यूपी में कांग्रेस और सपा के रिश्ते का ऊंट किस करवट बैठेगा यह जवाब वक्त के पास है. साथ ही इस रिश्ते में रालोद की भूमिका भी अहम होगी.

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel is trashed.

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें