लखनऊ : आगामी लोकसभा में महज कुछ ही महीने बचे हुए हैं, इस से पहले समाजवादी पार्टी में बड़ी टूट होने की खबर सामने आ रही है। सूत्रों की माने तो समाजवादी पार्टी के लगभग दस विधायक राज्य सभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम सकके हैं। तो वहीं सपा के तीन विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग के लिहाज से भी इस टूट को सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार सपा विधायक इंद्रजीत सरोज समेत करीब आधा दर्ज से ज्यादा सपा के मौजूदा विधायक भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। अगर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को जरूरत पड़ी तो ये सभी विधायक सपा के खिलाफ क्रॉस वोटिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा सूत्रों की माने तो सपा के अमिताभ वाजपेयी समेत तीन विधायक कांग्रेस में जा सकते हैं. ये सभी विधायक लोकसभा चुनाव लड़ने के फिराक में हैं इसीलिए दूसरी पार्टियों की राह देख रहे हैं।
राज्यसभा चुनाव से पहले पल्लवी ने छोड़ा साथ
दरअसल, बीते कुछ दिनों के दौरान अखिलेश यादव को जयंत चौधरी, स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई करीबी नेताओं ने उन्हें झटका दिया है। अपना दल कमेरावादी की नेता वा सपा विधायक पल्लवी पटेल ने पहले ही राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट देने से मना कर दिया है. उन्होंने सपा के उम्मीदवार जया बच्चन और आलोक रंजन पर सवाल खड़े किए हैं.पल्लवी पटेल ने कहा है कि पार्टी पीडीए के फॉर्मूले पर चल रही है. सपा में बगावती राज्यसभा उम्मीदवारों के नामांकन के बाद शुरू हुई है। पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने उम्मीदवारों का नामांकन होने के बाद पार्टी महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि यूपी में 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहा है. बीजेपी ने इस चुनाव में आठ और सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. सपा ने जया बच्चन और आलोक रंजन के अलावा रामजी सुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है।