अति विस्फोटक निर्माणी खड़की में बीते 27 अगस्त को अराजकपत्रित अधिकारी समूह ‘ख’ के सदस्यों ने अपने नए जेसीएम all india association of non gazetted group b officers कार्यालय का उद्घाटन निर्माणी के मुख्य प्रबंधक श्री विजय कुमार कुरिल ने किया जानकारी के लिए बताते चलें कि पिछले साल भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया और निर्णय के अनुसार अराजकपत्रित अधिकारी समूह का के सदस्यों को भी जेसीएम में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा इससे पहले पूरी 7 सीटे कामगार यूनियन के पास जाती थी.
अति विस्फोटक निर्माणी के अराजकपत्रित अधिकारी समूह ‘ख’ के सचिव और नेशनल काउंसलिंग मेंबर श्री शिवम कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निर्माणी में अराजकपत्रित अधिकारी समूह की इकलौती संगठन होने के नाते इसका फायदा निर्माणी को हुआ और सीटों का आवंटन के बाद दो सीटे संगठन के पास आई !
जेसीएम एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां यदि सरकारी सेवा और पेंशन से जुड़े मुद्दे निर्माण में सही समय पर नहीं सुलझते हैं तो उसे एक स्तर पर ऊपर डीसी लेवल पर उन मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. शिवम कुमार श्रीवास्तव ने आगे बताया कि हमारी निर्माणी कुछ निर्माण में से एक है जहां दो सीटे मिली हैं और अराजकपत्रित अधिकारी समूह ‘ख’ के सदस्यों के लिए मुख्य महाप्रबंधक ने निर्माणी के अंदर जेसीएम कार्यालय का आवंटन किया ताकि सारे पदाधिकारी द्वारा सारे मुद्दों का व्यापक चर्चा कर उन्हें एकीकृत किया जा सके !
संगठन के सदस्य ने 27 अगस्त को नए जी एसीएम कार्यालय का सत्यनारायण कथा का आयोजन किया और साथ ही निर्माण इन के मुख्य महाप्रबंधक श्री विजय कुरील के द्वारा इस कार्यालय का उद्घाटन किया गया। मुख्य महाप्रबंधक ने सभी सदस्यों को इसके लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दी और कहा कि निर्माणी के उन्नति तभी संभव है जब कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाए !
आपको बताते चलें कि कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में मुख्य महाप्रबंधक ने सभी सदस्यों के साथ बैठकर भोजन किया और उनसे बातचीत की कार्यक्रम के दौरान राजपत्रिक अधिकारी समूह ‘ख’ के वाइस चेयरमैन और सचिव श्रीमती श्रीदेवी और ए के दीवान राय के साथ राजेश कुमार दीवान सिंह पटेल शेखावत श्रीदेवी सुनीता मनीष गायकवाड काले और अन्य उपस्थित थे और राज पत्रिका अधिकारी समूह का की तरफ से शिवम श्रीवास्तव सुशांत सुदीप संतोष शिंदे नागपुरी पासवान सचिन मैरी लुकास बोरकर प्रशांत आनंद मल्लेश मधु रवि अन्य लोग मौजूद थे !