लखनऊ/कासगंज
प्रदेश के जनपद कासगंज (Kasganj) के सदर कोतवाली की हवालात में बंद एक युवक द्वारा आत्महत्या (Suicide) करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक बार फिर से पुलिस कस्टडी में मौत के मामले से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। प्रदेश में विधानसभा चुनावों में बस कुछ ही महीने बाकी हैं, ऐसे में सभी विपक्षी दल सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में आज यानि बृहस्पतिवार को कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) कासगंज जाकर मृतक अल्ताफ (Altaf) के पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगी। कासगंज जाने से पूर्व उन्होंने आज ट्विटर (Twitter) पर प्रदेश सरकार को घेरा है। प्रियंका के कासगंज आने से पहले कई कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता भी मृतक अल्ताफ के घर पहुंचे थे।
प्रियंका गांधी का ट्वीट

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने सोशल मीडिया वेबसाइट (Social Media Website) ट्विटर (Twitter) पर एक ट्वीट (Tweet) करते हुए कहा कि ‘कासगंज में अल्ताफ, आगरा में अरुण वाल्मीकि, सुल्तानपुर में राजेश कोरी की पुलिस कस्टडी में मौत जैसी घटनाओं से साफ है कि रक्षक भक्षक बन चुके हैं। उप्र पुलिस हिरासत में मौत के मामले में देश में सबसे ऊपर है। भाजपा राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है।’
मामले पर एसपी ने दिया बयान

वहीं कासंगज के एसपी (SP) रोहन प्रमोद बोट्रे (Rohan Pramod Botre) ने जानकरी देते हुए बताया कि ‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की मौत का कारण हैगिंग बताया गया है। युवक ने अपनी जैकेट में लगी डोरी से थाने के बाथरूम में गला घोंटकर आत्महत्या की है।’ इसके साथ ही उन्होंने इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और सघन जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है मामला ?

बता दें कि एक लड़की को भगाने के आरोप में युवक अल्ताफ को पूछताछ के लिए पुलिस ने उठाया था। जिसके बाद पूछताछ के दौरान उसने हवालात के अंदर बने बाथरूम में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। वहीं इस अप्रिय घटना के बाद से युवक के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और उन्होंने पुलिस पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है।