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अजीत डोभाल: कान में छेद होने के कारण हुई इस जासूस की पहचान !

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) अजीत डोभाल (Ajit Doval) का आज (20 जनवरी) 77 वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। अजीत डोभाल को जेम्स बॉन्ड ऑफ इंडिया (James Bond of India) के नाम से पूरे विश्व में पहचान मिली है। डोभाल को आज सभी जन्म दिवस की बधाई दे रहे हैं। अजीत को पीएम मोदी का बेहद करीबी कहा जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर नागा शांति समझौता (Naga Peace Accord) या फिर चाहे ऑपरेशन ब्लैक थंडर से लेकर आईएसआईएस के चंगुल से भारतीय नर्सों को सुरक्षित निकालने तक की सभी उपलब्धियां डोभाल के नाम पर दर्ज़ हैं। डोभाल भारतीय पुलिस सेवा के रिटायर्ड अधिकारी हैं। उन्हें कीर्ति चक्र से भी सम्मानित किया गया है।

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 7 साल तक एजेंट के रूप में किया काम 

अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 को उत्तराखंड में हुआ है। वह पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं। अजीत के पिता जीएन डोभाल भारतीय सेना में अधिकारी थे। डोभाल की प्रारंभिक शिक्षा अजमेर (राजस्थान) के किंग जॉर्ज्स रॉयल इंडियन मिलिट्री स्कूल में हुई। जिसके बाद 1967 में अजीत ने आगरा यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स किया। अजीत 1968 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे, जिसके बाद डोभाल 1972 में भारत की खुफिया एजेंसी रॉ में शामिल हो गए। उन्होंने पाकिस्तान में 7 साल तक अंडर कवर एजेंट के रूप में काम भी किया है।

पाक में पकड़े गए थे डोभाल

जब अजीत पाकिस्तान में जासूसी कर रहे थे, उस दौरान उन्हें लगभग पहचान लिया गया था। डोभाल ने इस किस्से का जिक्र करते हुए कहा कि, पाकिस्तान में उन्हें एक शख्स ने कान के छिदे होने पर हिंदू करार दिया था। वह शख्स उन्हें अलग से एक कमरे में ले जाकर सवाल कर रहा था। जिसके बाद शख्स ने बताया कि वो भी एक हिंदू ही है। साथ ही साथ उसने भारतीय खुफिया तंत्र के इस बेहद ताकतवर शख्स को कई सलाहें भी दे डालीं थीं ।

कभी भिखारी तो कभी मोची बने डोभाल

अजीत देश के पहले ऐसे अफसर हैं जिन्होंने अपनी बुद्धि के दम पर ही पूरी लड़ाई लड़ी और शानदार जासूसी के चलते दुनिया में अलग पहचान बनाई है। अजीत ने ऐसे-ऐसे कारनामे कर दिखाए जो बाकी देशों के जासूस शायद ही कर सकते हैं। डोभाल ने अपने 37 साल की नौकरी में सिर्फ 7 साल ही वर्दी पहनी और बाकी 30 साल तक उन्होंने देश के लिए जासूसी की। उन्होंने अपनी पहचान हमेशा छिपाकर रखी। इस जासूसी के लिए अजीत कभी मोची बने तो कभी रिक्शावाला बने तो कभी उन्होंने भिखारी बनकर भीख तक मांगा। अजीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एकदम खास माने जाते हैं और वह वर्तमान समय में देश के NSA (National Security Agency)भी हैं।

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