Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

सेक्स और सियासत के कॉकटेल की कहानी, जब PM बनते बनते रह गया था ये दिग्गज नेता

सेक्स और सियासत का जब भी कॉकटेल सामने आता है, हंगामा बरपता है, माहौल गरमाता है और नेताओं के सफेद कुर्ते पर ऐसी काली स्याही लगती है कि ताउम्र छूटाए छुटती नहीं। इस बार लोकसभा चुनावों में रेवन्ना सेक्स स्कैंडल पूरे देश में खूब चर्चा में हैं। पूर्व पीएम देवगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और पोते उज्जवल रेवन्ना पर सैकड़ों महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। इस स्कैंडल ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। लेकिन इससे पहले भी कई मौकों पर सेक्स और सियासत के कॉकटेल ने बड़े बड़े नेताओं के बड़े बड़े सपनों को धाराशायी किया है। ऐसी ही एक कहानी है देश के दिग्गज नेता कि जो सेक्स और सियासत की इसी कॉकटेल और अपने बेटे की काली करतूत के कारण पीएम बनते बनते रह गए थे। चलिए सुनिए सियासत की ये काली कहानी।

- Advertisement -

ये सेक्स स्कैंडल 1978 में चर्चित हुआ था. लेकिन इस कहानी की शुरुआत होती है 1977 से। पहली बार देश की जनता ने अपना मूड बदला था और कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया था। जनता पार्टी की सरकार बनी थी। इस गठबंधन ने सरकार बनाई तो उसके पीछे थे मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह और जगजीवन राम। मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बन गए और जगजीवन राम रक्षा मंत्री बनाए गए. लेकिन कहा जाता है कि उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा थी कि वो पीएम बने। यही वजह थी कि सरकार बनने के कुछ समय बाद ही खींचतान शुरू हो गई।

चौधरी चरण सिंह कांग्रेस के पाले में जाने लगे। पार्टी टूटकर बिखरती दिखी। ऐसा लगने लगा कि अब जगजीवन राम पीएम बन जाएंगे लेकिन उसी बीच सेक्स स्कैंडल का ऐसा भूचाल आया कि देखते ही देखते जगजीवन राम की सबसे बड़ी ये हसरत धरी की धरी रह गई। 1978 में सूर्या नामक पत्रिका ने एक बड़े सेक्स स्कैंडल का खुलासा कर भूचाल ला दिया था। ये सेक्स स्कैंडल किसी और का नहीं बल्कि जगजीवन राम के बेटे सुरेश राम का था। सूर्या पत्रिका ने सुरेश की एक महिला के साथ आपत्तिजनक तस्वीरें छापकर तहलका मचा दिया था।

इस पत्रिका की संपादक कोई और नहीं इंदिरा गांधी की बहू मेनका गांधी थी. संजय गांधी के जरिए ये अश्लील तस्वीरें आई थीं. यह दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा थी जो कथित तौर पर सुरेश राम की गर्लफ्रेंड थी। देश भर में बेइज्जती होने के बाद सुरेश ने बाद में उस लड़की से शादी कर ली थी. लेकिन इस स्कैंडल के छह साल बाद ही उनकी मौत हो गई थी. लेकिन यह स्कैंडल ऐसे समय पर सामने आया था कि जगजीवन राम का पीएम बनने का सपना कभी पूरा नहीं हो पाया।

आरोप तो यह भी लगता है कि उनकी पार्टी के ही कुछ नेताओं ने जानबूझकर ऐन मौके पर इस स्कैंडल को सार्वजनिक कराया था ताकि जगजीवन राम का राजनीतिक करियर खत्म हो जाए। वरिष्ठ पत्रकार खुशवंत सिंह ने अपनी आत्मकथा में यहां तक लिखा है कि इन तस्वीरों के पत्रिका में छपने से पहले वे खुद इसे लेकर इंदिरा गांधी के पास गए थे। इन तस्वीरों के जरिए जगजीवन राम को साधते हुए जनता सरकार को गिराने का उन्होंने सुझाव भी दिया लेकिन इंदिरा ने इससे इनकार कर दिया था।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel is trashed.

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें