मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ के एक जज ने आत्म सम्मान का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अपने फैसले की घोषणा करते हुए जस्टिस रोहित बी. देव ने कहा कि वह अपने आत्म सम्मान के खिलाफ काम नहीं कर सकते। उस वक्त वो जस्टिस एम. डब्ल्यू चंदवानी के साथ एक खंडपीठ का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने वकीलों से माफ़ी मांगी और उन्हें अपना परिवार बताया।
आत्म सम्मान के खिलाफ जाकर काम नहीं कर सकता।
शुक्रवार 4 अगस्त एक अप्रत्याशित घटना में, बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ के जज ने दोपहर चलती अदालत में इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ने कहा कि मुझे खेद हो रहा है कि मैंने इस्तीफा दे दिया। मैं अपने आत्म सम्मान के खिलाफ जाकर काम नहीं कर सकता। उन्होंने वकीलों से कहा कि आप लोग कड़ी मेहनत करते हैं। साथ ही कई मौकों पर वकीलों के साथ सख्ती बरतने पर माफी भी मांगी। उन्होंने ने कहा कि उनका इरादा किसी को चोट पहुंचाने का नहीं था, क्योकि सभी उनके लिए एक परिवार की तरह थे। हालांकि उन्होंने इस्तीफे का कारण साफ तौर पर नहीं बताया।
आपको बता दें, न्यायमूर्ति रोहित बी. देव का जन्म दिसम्बर 1963 में हुआ था। उन्होंने जून 2017 में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति होने से पहले महाराष्ट्र के महाधिवक्ता और नागपुर में अतिरिक्त सॉलिसिटर-जनरल के रूप में कार्य किया था। दिसम्बर 2025 में न्यायाधीश देव सेवानिवृत्त होने वाले थे।