बिहार की राजनैतिक पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल अपना 27वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस दौरान पटना के RJD पार्टी कार्यालय पर पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने समारोह का शुभआरंभ दीप प्रज्वलित करके किया। इस आयोजन पर लालू प्रसाद ने पार्टी के दिवंगत दिग्गज नेताओं को किया याद किया।
उनकी कमी आज भी उन्हें अखरती है। कार्यक्रम के दौरान लालू प्रसाद ने संबोधन में कहा कि RJD ने बिहार के सभी क्षेत्र में कृतिमान स्थापित किया है। RJD मुखिया लालू प्रसाद लगे हाथ मौजूदा केंद्र सरकार पर कई बड़े सवाल खड़े किये। लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार की केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर हमला किया और कहा केंद्र सरकार के खिलाफ जो भी बोलता है सरकार उसे चुप कराने के लिए उसके पीछे जांच एजेंसी छोड़ देती है। सरकार से कोई भी सवाल नहीं कर सकते हैं। देश में ऐसा डर का माहौल तैयार किया गया है।
लालू यादव ने भोजपुरी में भाषण दिया। केंद्र सरकार को निशाने पर लेकर उन्होंने महंगाई पर परिचर्चा की और साथ ही साथ कहा कि देश में मोदी सरकार आपसी भाईचारे को बिगाड़ रही है। लालू यादव ने कहा कि 17 पार्टियों के बड़े नेताओं ने नीतीश कुमार के आवास पर बैठक की।लालू ने ये बयान बुधवार को आरजेडी के 27वें स्थापन दिवस पर पटनाऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में दिया।
बिहार की राजनैतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) दफ्तर में पार्टी के स्थापना दिवस का कार्यक्रम मनाया जा रहा है। जिसके चलते कार्यक्रम की भव्य तैयारी की गई है। 5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल की स्थापना की गई थी। 1997 से लालू प्रसाद यादव लगातार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। पार्टी कार्यालय को सजाया गया है। आरजेडी पार्टी ने बिहार की राजधानी पटना शहर के कई चौक-चौराहों पर तोरण द्वार लगाए हैं। कई जगहों पर पोस्टर लगाए गए हैं।
पार्टी के मुखिया लालू ने जब आरजेडी का गठन किया था तब उन दिनों वे जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और बिहार के मुख्यमंत्री भी थे। जब उनके ही पार्टी के नेता प्रधानमंत्री थे। उसी दौर में सीबीआई ने चारा घोटाले प्रकरण में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने का फैसला लिया।
चारा घोटाले प्रकरण में लालू को आरोपी पाए जाने पर सीबीआई जांच की फाइल अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिनों की सरकार के समय खुली थी लेकिन उसे आगे बढ़ाया पीएम एचडी देवगौड़ा की सरकार ने। आगे गुजराल पीएम हुए।चारा घोटाला में CBI की चार्जशीट के बाद लालू प्रसाद पर दबाव बढ़ने लगा था। जिसके कारण मुख्यमंत्री पद से भी हटना था। लालू प्रसाद ने एक साथ दोनों राजनीतिक चालें चलीं।
पांच जुलाई 1997 की सुबह बिहार सदन में लालू प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय जनता दल के गठन का ऐलान कर दिया। उनके नेतृत्व में पार्टी के 22 सांसदों में 16 सांसद शामिल हुए और छह राज्यसभा के सांसदों ने भी लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व को स्वीकार किया।
समाजवादी नेता रामकृष्ण हेगड़े की सलाह पर लालू प्रसाद ने नई पार्टी का नाम रखा राष्ट्रीय जनता दल। इसके बाद लालू प्रसाद ने दूसरी चाल चलते हुए मुख्यमंत्री का पद तो छोड़ा, लेकिन अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बनवा दिया। बिहार को पहली महिला मुख्यमंत्री मिलीं।
लालू प्रसाद के प्रभाव से 1995 को लोकसभा और विधान सभा चुनाव में शानदार जीत मिली थी। उसके बाद से लालू प्रसाद को हटाने के लिए साजिश होने लगी। साजिश में कई बड़े नेता शामिल थे। उसके बाद लालू प्रसाद ने अलग पार्टी बनाने का फैसला लिया गया। बिहार निवास दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया गया।