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Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में अब हिंदुओं के लिए जगह नहीं ,तोड़े जा रहे मंदिर !

बांग्लादेश में अब हम हिंदुओं के लिए कोई जगह नहीं है..अधिकांश परिवार देश छोड़ने की तैयारी कर चुके हैं। सैकड़ों हिंदू परिवार सीमा की ओर निकल पड़े हैं, लेकिन बार्डर सील होने की वजह से वह पार नहीं कर पा रहे हैं। वहीं अन्य जिलों में भी सक्षम हिंदू परिवार देश छोड़ने की तैयारी में हैं। हमें नहीं पता कि हम पलायन भी कर पाएंगे या नहीं..या फिर उससे पहले ही जमातियों व उपद्रवियों के हाथों मारे जाएंगे।’ यह दर्दनाक आपबीती है बांग्लादेश में रह रहे उन लाखों हिंदू परिवारों की, जिन्होंने वर्ष 1971 में बांग्लादेश को आजाद करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। देश आजाद होने के बाद भी कई बार दंगे हुए हैं, हिंदुओं पर अत्याचार हुए हैं, मंदिर तोड़े गए लेकिन इन परिवारों ने देश छोड़ने से इनकार कर दिया था..मगर इस बार सब्र का बांध टूट गया है। उन लोगों का कहना है कि अब उनके पास पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

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जानकारी के मुताबिक, ये बागोड़ा जिले के रहने वाले ख्यात गायक सुशीलचंद्र सरकार ने कहा है। उन्होंने आगे भी कहा, साल 1971 में हम मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ लड़े थे, लेकिन इस बार जमातियों के निशाने पर सिर्फ हिंदू और अल्पसंख्यक समुदाय ही हैं। आंखों के सामने मंदिर तोड़े जा रहे हैं। किसी भी समय हमारे घर पर हमला हो सकता है। बार्डर खुलते ही हम लोग देश छोड़ देंगे, लेकिन उससे पहले हमारे साथ क्या होगा, यह नहीं पता। इसके बाद अवामी लीग नेता और त्रान व समाज कल्याण कमेटी के उपसदस्य अजय कुमार सरकार बताते हैं, बांग्लादेश के कुल 64 जिले में से 21 जिलों में हिंदू आबादी है। इनमें फिरोजपुर, गोपालगंज, बाघेरहाट, खुलना, जशोर, बागुड़ा, जिलेदा, झालोकाठी, बोडि़शाल, दिनाजपुर, पंचोग्राम, बोगुड़ा, लालमोनिर हाट, कुड़ीग्राम, रंगपुर आदि प्रमुख जिले हैं।

1986 का दौर था, जब मैं और मेरे गांव के बच्चे मुसलमान आबादी को देखने के लिए गांव से 10 किमी दूर जाते थे, क्योंकि अधिकांश हिस्सा हिंदुओं के पास था। आज चंद घर बचे हैं। इस बार ये घर भी नहीं बचेंगे। दूपचाचिया, आदोमदिघी में तो परसों रात से ही हिंदू परिवारों के घरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। कई थाने जलाने की सूचना आने के बाद से ग्रामीण अंचलों के कई थाने खाली हो गए हैं। पुलिसकर्मी थाने छोड़कर चले गए हैं। अब सुरक्षा मांगने हम लोग कहां जाएं? इस बार हालात देखकर लग रहा है कि बार्डर खुलते ही दो से तीन लाख हिंदू पलायन कर जाएंगे। जो थोड़े से समृद्ध हैं, वे भी एक महीने के भीतर किसी दूसरे देश में शरण लेने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही एक निजी कंपनी में नौकरी करने वाले निक्सन हालदार बीते एक सप्ताह से दफ्तर में ही कैद हैं। अब इस पर सीमा सुरक्षा बल ने पड़ोसी देश में अशांति के कारण जारी ‘हाई अलर्ट’ के बीच, पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बांग्लादेशियों के एक बड़े समूह की घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया है। बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि बल ने करीब 120-140 बांग्लादेशी नागरिकों के एक समूह को रोका है,

जो पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पार कर भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारियों के मुताबिक, ढाका में शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद से ही सुरक्षाबल ‘हाई अलर्ट’ पर हैं। बता दे, बांग्लादेश में हिंसा और राजनीतिक संकट के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार यानी (6 अगस्त) को संसद भवन में सर्वदलीय बैठक की थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी पार्टी के नेताओं को पड़ोसी देश में मौजूदा हालात की जानकारी दी।
आप खुद ही सुनिए इस वीडियो में विदेश मंत्री ने बांग्लादेश हिंसा पर क्या ब्यान दिया है…

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