कांग्रेस पार्टी की महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी में एक अहम पद देने पर चर्चा चल रही है। सूत्रों के अनुसार, प्रियंका गांधी ने कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्षों को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिसे सबसे पहले गुजरात में लागू किया जाएगा। यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहता है, तो इसे देश के अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा।
प्रियंका गांधी को पार्टी उपाध्यक्ष बनाने की संभावना पर भी चर्चा हो रही है, हालांकि इस पर अभी तक कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने संगठन को सशक्त बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, और वह पर्दे के पीछे रहते हुए पार्टी के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
गुजरात में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति ने बीजेपी को एक और मौका दिया था, और उसने इस पर सवाल उठाए थे। बीजेपी ने कहा था कि प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति पार्टी के भीतर आपसी मतभेदों को उजागर करती है। वहीं, कांग्रेस के भीतर प्रियंका गांधी की बढ़ती भूमिका को लेकर एक सकारात्मक माहौल है, और पार्टी संगठन में सुधार के लिए कई बदलावों पर विचार हो रहा है।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी का मुख्य उद्देश्य अपने संगठन को मजबूत करना है, और इस दिशा में कई नई रणनीतियां लागू की जा रही हैं। संगठन के भीतर फेरबदल और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए प्रियंका गांधी की सलाह अहम साबित हो सकती है।
इससे साफ संकेत मिलता है कि कांग्रेस पार्टी आगामी दिनों में अपने संगठन को और अधिक सशक्त बनाने के लिए नई दिशा में कदम बढ़ा सकती है।