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रामनगरी में बन रही राम मंदिर की नई तस्वीरें आई सामने,तस्वीरें देखकर कह उठेंगे वाह!

अयोध्या : राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का काम हर दिन बढ़ रहा है। कर्मचारी मुस्तैदी के साथ काम में जुटे हुए हैं। अगले साल 22 जनवरी को रामलला गर्भगृह में विराजने जा रहे हैं। संतों का कई दशक पुराना यह सपना अब साकार होने वाला है। तिथि तय होते ही यहां के संतों में काफी उत्साह है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे। बतादें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। इस बीच, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने भक्तों के लिए एक नई तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में राम जन्मभूमि मंदिर के अंदर की नक्काशी दिखाई गई हैं।

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विधि-विधान के साथ गर्भगृह में विराजेंगे-रामलला
दरअसल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र दिन व दिन चल रही राम मंदिर निर्माण कार्य की जानकारी साझा करता रहा है। वहीं अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X ) पर राम मंदिर की तीन नई तस्वीरें शेयर की गई हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या को सजाया संवारा जा रहा है। सभी घाटों को निखारने का काम तेजी से चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार करीब चालीस कुंडों को रामलला के गर्भगृह में विराजने से पहले सुसज्जित कर लिया जाएगा। सूत्रों की माने तो 22 जनवरी को दोपहर साढ़े बारह बजे मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे। बता दें कि वर्ष 1984 से 1992 के बीच के दशक में श्रीराम मंदिर निर्माण की पूरी रूपरेखा इसी धरा धाम में तय की गई. संतों में श्रीराम लला के गर्भगृह में विराजने को लेकर इस कदर उत्साह है कि वह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में परिवर्तन कर अयोध्या जाने की तैयारी में जुट गए हैं।


हरिद्वार में बजा था आंदोलन का बिगुल
बता दें कि 1984 में गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत सांसद अवैद्यनाथ के नेतृत्व में शुरू हुए आंदोलन को धार देने में विश्व हिंदू परिषद और धर्मनगरी के संतों की अहम भूमिका रही है। राम मंदिर आंदोलन के बाद पूरे अभियान की कमान संभाल रहे विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल जब भी कोई योजना बनाए तो वह हरिद्वार में बनती रही। आश्रम और अखाड़ों के साथ उन्होंने कई दौर के बैठक किए। इसमें देशभर के संत शामिल होते थे।

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