Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

नवरात्रि का छठा दिन, जानिए मां कात्यायनी की पूजा विधि, मंत्र एवं प्रिय भोग।

नवरात्रि 2023: 20 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का छठा दिन है। यह मां दुर्गा के छठें स्वरूप देवी कात्यायनी का होता है। इसमें माता कात्यायनी की पूजा करने का विधान है। मां कात्यायनी का स्वरूप चमकीला और तेजमय है। ऐसा माना जाता है कि छठें स्वरूप देवी कात्यायनी की पूजा करने से भक्तों को अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इनकी चार भुजाएं हैं। दाईं तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में रहता है। वहीं नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में है। मां कात्यायनी के बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार धारण करती हैं। नीचे वाले हाथ में कमल का फूल सुशोभित रहता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भी भक्त देवी कात्यायनी की पूजा पूरी श्रद्धा से करता है, उसे परम पद की प्राप्ति होती है।

- Advertisement -

माता कात्यायिनी की पूजा विधि

मां दुर्गा के छठें स्वरूप देवी कात्यायनी का होता है। इस दिन प्रातः स्नान आदि से निर्वत्त माता का गंगाजल से आचमन करें। फिर माता कात्यायिनी का ध्यान करते हुए उनके समक्ष धूप-दीप प्रज्वल्लित करें। रोली से माता का तिलक करें, साथ में अक्षत अर्पित करें। इस दिन मां कात्यायानी को गुड़हल या लाल रंग का फूल चढ़ाना चाहिए। माता कात्यायनी को पूजन में शहद का भोग चढ़ाना चाहिए। इससे मां प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं।माता आराधना मंत्र का जाप करें। अंत में मां कात्यायनी की आरती करें और क्षमायाचना करें।

मां कात्यायनी आराधना मंत्र

1.या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

2.चंद्र हासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना|
कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानवघातिनि||

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें