Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

क्या है हनीट्रैप के शिकार नवीन की कहानी! वित्त मंत्रालय का कर्मचारी या पाकिस्तानी जासूस?

पाकिस्तान को खुफिया जानकारी पहुंचाने वाले नवीन पाल से जुड़े कुछ ऐसे बड़े सवाल हैं जिनके जवाब मिलना अभी भी बाकी है। वित्त मंत्रालय एक कर्मचारी के पास कहां से आये अन्य मंत्रालयों के गोपतीय दस्तावेज़।

हनीट्रैप में फसकर पकिस्तान को गोपनीय जानकारी पहुंचाने वाले नवीन पाल से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब मिलना अभी तक बाकी हैं। अभी तक जितनी भी जानकारी मिली है उससे यह साफ़ नहीं हो पाया है कि नवीन वास्तव में किस मंत्रालय का कर्मचारी है और कैसे इतने गोपनीय दस्तावेज़ एक संविदा कर्मचारी के पास पहुंचे। गाज़ियाबाद के रहने वाले नवीन ने हनीट्रैप का शिकार होकर G20 से जुड़े कुछ गोपनीय एवं महत्वपूर्ण दस्तावेजों को पकिस्तान भेज दिया। नवीन के मुताबिक़ जिस महिला को सोशल मीडिया के माध्यम से उसने ये दस्तावेज़ भेजे उसे वो कोलकाता की अंजली समझ रहा था। पुलिस ने जब इस महिला की लोकेशन की जांच की तो पता चला कि ये पकिस्तान के कराची की रहने वाली है। महिला ने इन दस्तावेज़ों के बदले नवीन को पैसे भेजे। पता चला है कि ये पैसे उसने न सिर्फ अपने बल्कि अपने चाचा के अकाउंट में भी मंगवाये। जिसके बाद पुलिस ने इस महिला के आईएसआई एजेंट होने की आशंका जतायी। इसके अलावा पुलिस ने नवीन की गिरफ्तारी के समय उसे वित्त मंत्रालय का कर्मचारी बताया था किन्तु कुछ सोर्स उसे गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय का बता रहे।

- Advertisement -

 

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि 12वीं पास नवीन पाल गाज़ियाबाद के भीम नगर का रहने वाला है। 12वीं पास होने के आधार पर उसे संविदा पर नौकरी मिल गयी। नवीन से मिली जानकारी के अनुसार, दो महीने पहले फेसबुक पर उसे एक लड़की अंजली का मैसेज आया जिसने खुद को कोलकाता का निवासी बताया। 3 दिन की बातचीत के बाद दोनों ने अपना व्हाट्सएप नंबर एक्सचेंज किया और चैटिंग करने लगे। जिसके बाद महिला ने नवीन को भरोसे में लेकर सबसे पहले उसने G20 से जुड़े कुछ दस्तावेज़ मंगवाये। इन दस्तावेज़ों के लिए उसने नवीन को दस हज़ार रुपये दिए। इसके बाद महिला ने पहले कार्यक्रम में शामिल मेहमानों की लिस्ट, जिसके बाद आने-जाने का रुट और फिर पूरे प्रोग्राम का नक्शा मांगा। नवीन ने पैसों के बदले ये सभी दस्तावेज़ उस महिला व्हाट्सएप पर भेजे।

 

 

 

 

सवालों के घेरे में क्यों है नवीन

11 जुलाई को इंटेलिजेंस ब्यूरो को जानकारी मिली कि नवीन देश के अंदर की जानकारी पकिस्तान भेज रहा, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। नवीन के खिलाफ गुप्त अधिनियम 1923 की धारा- 3, 5, 9 और IT एक्ट 66F के तहत मामला दर्ज किया गया। गिरफ्तारी के वक्त पुलिस ने बताया कि नवीन विदेश मंत्रालय में बतौर MTS नौकरी कर रहा है। लेकिन पूछताछ के बाद गाजियाबाद के DCP ग्रामीण शुभम पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नवीन वित्त मंत्रालय में संविदा पर नौकरी कर रहा। उन्होंने बताया कि नवीन ने कुछ क्लासिफ़ाइड डॉक्यूमेंट को पैसे लेकर कराची की एक महिला को भेजा। यह ऑफिशियली सीक्रेट साइट का वायलेंस है। जांच जारी है, जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार नवीन वित्त मंत्रालय में संविदा कर्मचारी है। सवाल यह उठता है कि वित्त मंत्रालय के संविदा कर्मचारी के पास गृह मंत्रालय की 61 सीक्रेट फाइल्स कैसे आई? क्या इस सब में नवीन के साथ कोई और भी शामिल है जिसके साथ डील करके नवीन ने इतने गोपनीय दस्तावेज़ प्राप्त किये गए हैं। गृहमंत्रालय से किसी गोपनीय दस्तावेज़ों को प्राप्त कर पाना इतना आसान तो नहीं है, ऐसे में सवालों की सुई सीधे गृहमंत्रालय की तरफ जाती है कि वह कौन व्यक्ति है जो इतने महत्वपूर्ण और गोपनीय दस्तावेज़ों को नवीन तक पहुंचा सकता है।

 

 

 

बरेली के नंबर का व्हाट्सएप हो रहा था पकिस्तान से संचालित

अलवर की महिला का अकाउंट पकिस्तान से कैसे संचालित हो रहा था। नवीन जिस महिला से बात करके दस्तावेजों को भेज रहा था वह नंबर बरेली की एक महिला के आधार पर खरीदा गया था। बरेली की इस महिला के पति मज़दूर हैं और वो कीपैड फ़ोन का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें व्हाट्सएप के विषय में कोई भी जानकारी नहीं है और न ही उन्हें सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना आता है। अब सवाल यह है कि क्या उस नंबर पर नवीन ने कभी व्हाट्सएप के अलावा नॉर्मल कॉल करने की कोशिश नहीं की और अगर उसने किया तो क्या उसे कभी संदेह नहीं हुआ। आपको बता दें कि लड़की के वॉट्सऐप लोकेशन का IP एड्रेस में पाकिस्तान का कराची जिला दिख रहा। नवीन दो महीने से ज्यादा वक्त से चैट कर रहा। जिस जी-20 प्रोग्राम से सम्बंधित डॉक्यूमेंट भेजे गए, उसे भी पूरा हुए करीब 50 दिन हो गए। तो इतने वक्त में जांच एजेंसियों को क्या इसकी भनक नहीं लगी।

 

 

उड़ीसा, राजस्थान, यूपी समेत कई जिलों में फैला नेटवर्क

इसके अलावा पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला ने जिस अकाउंट से नवीन को पैसा भेजा है वह राजस्थान के अलवर का है। बैंक में यह अकाउंट एक महिला के नाम से दर्ज है लेकिन इस अकाउंट का एक्सेस पाकिस्तान में बैठी महिला के हाथ में है। पुलिस ने पिछले एक साल के ट्रांजेक्शन निकाले तो पता चला कि उड़ीसा, राजस्थान, यूपी समेत कई जिलों में इस अकाउंट से 8 से 10 हजार रुपए भेजे गए। ज्यादातर ऐसे अकाउंट्स थे जिसमें एक से ज्यादा बार पैसे भेजे गए हैं। इसकी जांच अभी की जा रही है लेकिन इस पुरे प्रकरण से सम्बंधित ऐसे कई सवाल है जिनके जवाब मिलना अभी भी बाकी हैं।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel is trashed.

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें