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UP Board 2024 : नए मोबाइल ऐप की मदद से यूपी बोर्ड करेगा परीक्षा केंद्रों का निर्धारण !

Up-board-Exam; यूपी बोर्ड ने 2024 में परीक्षा के केंद्रों को सुनिश्चित करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने एक मोबाइल एप निर्माण कर लिया है। इस मोबाइल ऐप के जरिए निर्धारित किये विद्यालयों का फोटो टच करते ही ये आपको रिडायरेक्ट कर स्कूल की जियो लोकेशन पर पहुंचा देगा जिसकी मदद से विद्यालयों के बीच की दूरी माध्यमिक शिक्षा परिषद को दूरी पता चल जाएगी और परिषद की वेबसाइट पर दर्ज हो जाएगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा ताकि जियो लोकेशन में की जाने वाली हेरा-फेरी पर अंकुश लगाया जा सके !

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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने आगामी बोर्ड परीक्षा के केंद्रों के निर्धारण में पारदर्शिता लाने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने आर्टिफिशल से लैश एक मोबाइल ऐप का निर्माण कराया है। इस ऐप के जरिये से अब परीक्षा केंद्र निर्धारण में की जाने वाली लापरवाही को प्रतिबंधित किया जा सकेगा। केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया को अधिक सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने के लिए इस एप का उपयोग किया जाएगा !

 

 

 

 

प्रधानाचार्य अपने एंड्रायड फोन में यूपी बोर्ड के इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। इस नए ऐप के माध्यम से प्रधानाचार्य स्कूल परिसर से स्कूल की फोटो क्लिक करेंगे। फोटो क्लिक करते ही स्कूल की फोटो के साथ ही जिओ-लोकेशन (अर्थात स्कूल का अक्षांश एवं देशान्तर) बोर्ड के सर्वर पर अपने आप अपलोड हो जाएगा। 2024 की आगामी बोर्ड परीक्षा के केंद्र निर्धारण के लिए प्रदेश के सभी स्कूलों की आधारभूत सूचनाओं को वेबसाइट www. upmsp. edu. in पर अपलोड एवं अपडेट करने के लिए वेबसाइट एक्टिवेट कर दिया गया है । राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को ब्लॉक वार गठित समिति के सदस्य स्कूल में पहुंचकर प्रधानाचार्य के स्तर से वेबसाइट पर अपलोड आधारभूत सूचनाओं का भौतिक सत्यापन करेंगे। समिति सत्यापन आख्या जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 28 जुलाई तक प्रस्तुत करेंगे।

 

 

 

 

 

जिला विद्यालय निरीक्षक रवि शंकर ने सभी माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्यों को तलब किया और कहा कि परिषद वेबसाइट पर जो आधारभूत सूचनाएं पूर्व में अपलोड की गई थीं, उनमें यदि किसी प्रकार का संशोधन हो तो तीन दिन के अंदर संबंधित प्रधानाचार्य अपलोड करा दें। साथ ही एप के माध्यम से स्कूल परिसर से ही विद्यालय की फोटो क्लिक करें। फोटो में विद्यालय का नाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होना चाहिए। सूचनाएं अपलोड हो जाने के बाद ब्लॉकवार जांच होने के बाद समिति गठित होगी जो विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण करते हुए सूचनाओं का भौतिक सत्यापन करेगी। भौतिक सत्यापन के समय वेबसाइट से निकाले गए आधारभूत सूचनाओं के प्रिंटआउट का एक सेट जांच समिति को देना होगा। पिछले साल कई त्रुटियों का निस्तारण किया गया था, जिसमें स्कूलों के बीच दूरी (जिओ लोकेशन) की गलत सूचनाएं अपलोड होने, स्कूल में उपलब्ध कक्षों की संख्या का गलत भरना, पंजीकृत परीक्षार्थियों के साथ फर्नीचर की गलत सूचनाएं भरने, स्कूल के ऊपर से हाइटेंशन वायर और बाउंड्रीवाल की गलत सूचनाएं भरने और स्कूल परिसर में प्रधानाचार्य व प्रबंधक के आवास के बारे में गलत सूचनाएं थीं, जिसके कारण कई आपत्तियां उठी थीं।

 

 

 

 

माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर आधारभूत सूचनाओं को अपडेट कराने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। सूचनाएं अपलोड हो जाने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर समिति गठित कर केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा।

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