Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu
Hindi English Marathi Gujarati Punjabi Urdu

सपा लोकसभा की इन 15 सीटों पर नवरात्रि से पहले ही क्यों उतारना चाहती अपने उम्मीदवार ?

लखनऊ: मिशन 2024 को फतेह करने के लिए सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी कमर कसी ली है. लेकिन किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को लेकर अभी तक कोई पत्ता नहीं खोला है, मिली जानकारी के अनुसार सपा उत्तर प्रदेश में नवरात्रि से पहले ही लोकसभा की 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक सवाल के जवाब देने दौरान इसके संकेत में भी दिए हैं. सपा सुप्रीमों ने कहा ‘कि हमने भाजपा के बड़े नेताओं को हराने का पूरा प्लान तैयार कर लिया है. नवरात्रि आते ही वीआईपी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार देंगे। सपा यूपी के 80 लोकसभा सीटों में से 50 सीटों पर जीतने का लक्ष्य रखा है.सपा ने बकायदा इसकी घोषणा कोलकाता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में की थी. बता दें कि समाजवादी पार्टी को 2004 में यूपी की सबसे ज्यादा 35 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी। उस समय यूपी में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में पार्टी की सरकार थी। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी को 2019 में सिर्फ 5 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं सपा इस बार इंडिया गठबंधन में शामिल है और पार्टी को पिछले चुनाव की तुलना में इस बार बेहतरी की उम्मीद है।

- Advertisement -

 

इन उम्मीदवारों का नाम तय, इन उम्मीदवारों की छंटनी जारी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी हाईकमान ने लोकसभा की 10 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं, जबकि 20 सीटों पर नामों को लेकर माथापच्ची चल रही है. 20 सीटे ऐसी है कि जहां 2-2 उम्मीदवारों की एक लिस्ट तैयार की गई है.जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए गए हैं, उनमें कुछ सीटें ऐसी भी है, जहां पर समाजवादी पार्टी पिछले 3 चुनाव से लगातार हार रही है। सपा इस बार लोकसभा सीट जीतने के लिए कुछ विधायकों को भी मैदान में उतारने की तैयारी में है। सूत्रों की माने तो शिवपाल यादव और आजम खान को लेकर पार्टी हाईकमान ने अभी तक कोई भी फैसला नहीं किया है.2024 में लोकसभा का चुनाव शिवपाल यादव लड़ेंगे या उनका बेटा, यह फैसला शिवपाल को खुद ही करना है.वहीं आजम खान चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर कानूनी जानकारों से पार्टी राय ले रही है. मिली जानकारी के मुताबिक रामपुर और उसके आसपास की एक सीट पर आजम खान की सिफारिश को सपा तरजीह देगी।

कुछ वीआईपी सीटों को घटक दल को देने की चल रही रणनीति
समाजवादी पार्टी ने यूपी की वीआईपी सीटों को 2 भागों में बांटा है. पहले भाग में उन सीटों को रखा है, जहां उसका ठीक-ठाक दबदबा है. वहीं दूसरे भाग में ऐसे सीटों को रखा गया है, जहां उसकी स्थिति स्थापना के बाद से ही ठीक नहीं है. सूत्रों के मुताबिक सपा ने इस बार 19 ऐसी सीटों का चयन किया है, जहां स्थापना के बाद से ही पार्टी कभी जीत नहीं पाई इनमें बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, हाथरस, बरेली, कानपुर, पीलीभीत, धौरहरा, गोंडा, बस्ती, वाराणसी, सुल्तानपुर और लखनऊ प्रमुख रूप से शामिल हैं। सपा का कहना है कि दूसरे कैटेगरी की सीटों पर सपा दावा नहीं करेगी. सपा वाराणसी, कानपुर और नोएडा कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है, जबकि बागपत, मथुरा, गाजियाबाद जयंत चौधरी के हिस्से में देने की तैयारी है।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें