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क्या AI खा जाएगा 30 करोड़ नौकरियां, इन नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा !

भारत (India) समेत पूरी दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (artificial intelligence) के खतरे को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। सबको डर इस बात का यह है कि, जिस तरह से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का चलन बढ़ रहा है, इससे नौकरियों पर खतरा बढ़ने की आशंका भी जताई जा रही है।

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ऐसे में कई लोगों का मानना है कि, इससे कई सेक्टर की नौकरियां खत्म हो सकती हैं। हैरान कर देने वाली बात यह है कि, Stability AI  के CEO Emad Mostaque ने यह आशंका खुद जताई है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, आने वाले एक दो साल के दौरान भारत के कई कोडर्स और प्रोग्रामर्स को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। इसका मतलब साफ़ है कि, आने वाले समय में कोडिंग के कुछ काम को भविष्य में AI पूरा कर सकेगा।

अब ज्यादातर कामों में AI का इस्तेमाल किया जा रहा है। कंपनियां बिजनस को बढ़ाने में इसका यूज कर रही हैं। कई ऐसे काम हैं जो AI काफी तेजी से कम समय में पूरा कर रहा है। आपको बता दें कि, बीते दिनों इनवेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs की एक रिपोर्ट सामने आई थी। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, AI से दुनियाभर में 30 करोड़ नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।

30 करोड़ नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा  

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, अभी कुछ दिनों पहले ही AI ने स्विटरजरलैंड (Switzerland) के जेनेवा (Geneva) में पहली बार दुनिया के सबसे स्मार्ट रोबोट्स की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है। यह सभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI से ऑपरेट होने वाले रोबोट थे। इसमें 51 रोबोट लगभग 3000 एक्सपर्ट्स के साथ आए।

इतना ही नहीं, रोबोट्स ने अलग-अलग मुद्दों पर पूछे गए सवालों के भी जवाब दिए। सोफिया नाम की रोबोट ने कहा कि, हम दुनिया को इंसानों से बेहतर तरीके से चला सकते हैं। हमारे अंदर इंसानों की तरह भावनाएं नहीं हैं, लेकिन इससे हम सभी फैसलों को मजबूती के साथ फैक्ट्स के आधार पर ले सकते हैं।

रोबोट्स ने यह भी माना है कि, वह अभी तक मानवीय भावनाओं पर ठीक से पकड़ नहीं बना पाए हैं। लोगों की सेहत और बायो-टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए बनाई गई रोबोट ऐडा का कहना है कि, हम इंसान की उम्र 150 से 180 साल तक बढ़ा सकते हैं। ऐसे में लोगों को अभी इसकी जानकारी ही नहीं है।

जिस सम्मेलन में यह प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है, उसका मकसद जलवायु परिवर्तन, भूख और सामाजिक-देखभाल जैसे मुद्दों के समाधान में रोबोट के इस्तेमाल पर विचार करना था।

परमाणु बम से भी भयानक हथियार है AI

जानकारी के अनुसार, बिल गेट्स और एलन मस्क से लेकर स्टीफन हॉकिंग ने AI को इंसानों के लिए खतरा बता रहे हैं। वहीं एक तरफ गूगल, फेसबुक (google, facebook) से लेकर दुनिया की तमाम टेक कंपनियां इस तकनीक पर अरबों डॉलर खर्च कर रही हैं, तो वहीं चीन, रूस और अमेरिका जैसे देशों की सरकारें इसकी ताकत पर कब्जा जमाने में जुटी हुई है।

वैज्ञानिकों का एक तबका इसे इंसानों की जिंदगी बदल देने वाली तकनीक बता रहा है, जो उसे रोगों से छुटकारा दिलाकर और लंबी जिंदगी की ओर ले जाएगी। वहीं दूसरा तबका इसे परमाणु बम से भी भयानक हथियार मान रहा है।

AI से इन नौकरियों को खतरा

ऐसी 10 नौकरियां हैं जिनपर AI का सबसे ज्यादा खतरा है। आइए जानते हैं एआई में तरक्की होने से किन सेक्टर में नौकरियों पर खतरा है।

सॉफ्टवेयर डेवलेपर्स की नौकरी को एआई से खतरा हो सकता है। दरअसल, एआई इस सेक्टर में कम समय में ज्यादा तेजी से काम कर सकता है। एआई से गलतियों की गुंजाइश भी काफी कम है। ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में भी एआई से नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। एआई ग्राफिक डिजाइनिंग में काफी तेजी से और बेहतर काम करने में पूरी तरह से सक्षम है।

इसके अलावा लीगल एंड अकाउंटिंग सर्विस, फाइनेंस, मीडिया, मार्केट रिसर्च एंड एनालिसिस, एचआर रिक्रूटमेंट, टीचर्स, ट्रांसलेटर और कस्टमर सर्विस ऐसे क्षेत्र हैं जहां एआई की मार सबसे ज्यादा पड़ सकती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इन सेक्टरों में नौकरियां जाने की संभावना है।

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